जयपुर ज्वैलर्स बना सुहागिनों के लिए श्रृंगार के अनमोल रत्नों का संसार-: मुकेश गर्ग (बिट्टू)

न्यूज़ इंडिया 7×24 (सुषमा शर्मा ) 12 ऑक्टूबर 2024 -: करवाचौथ के त्योहार पर जयपुर ज्वैलर्स बना सुहाग व श्रृंगार का द ग्रेट बाजार महानगर बठिंडा का जयपुर ज्वैलर्स सुहागिनों के लिए श्रृंगार के अनमोल रत्नों का संसार बनकर सामने आया है।

बठिंडा का जयपुर ज्वैलर्स बना सुहागिनों के लिए श्रृंगार के अनमोल रत्नों का संसार
बठिंडा का जयपुर ज्वैलर्स बना सुहागिनों के लिए श्रृंगार के अनमोल रत्नों का संसार

 

 

पांच नदियों की धरती पंजाब के महानगर बठिंडा का प्रसिद्ध जयपुर ज्वैलर्स भारतीय संस्कृति को अपने अंदर समेटे हुए हैं, जो करवाचौथ के त्योहार पर सुहागिनों के लिए श्रृंगार का द ग्रेट बाजार बन गया है, यही कारण है कि पंजाब तथा पड़ौसी राज्यों की प्रत्येक सुहागिनों को जयपुर ज्वैलर्स में आकर खरीददारी करना बहुत लुभाता है। भारत के प्रत्येक राज्यों के निवासियों का महानगर बठिंडा रंग बिरंगा घर है और यहां रहने वाले परिवारों को स्वर्ग बनाने वाली प्रत्येक सुहागिनों को जयपुर ज्वैलर्स में श्रृंगार के सामान की खरीददारी करना बहुत पसंद है। अपने सुहाग की रक्षा के लिए प्रत्येक सुहागिनों द्वारा रखे जाने वाले करवाचौथ के व्रत को सुहागिनें तब तक सफल नहीं मानतीं, जब तक वह जयपुर ज्वैलर्स से कोई खरीददारी न कर लें, जिस कारण करवाचौथ के त्योहार पर जयपुर ज्वैलर्स अपने आप में एक प्रसिद्ध मेले से कम नहीं लगता। जयपुर ज्वैलर्स के संचालक मुकेश कुमार बिट्टू व उनके बेटे अमोल गर्ग ने बताया कि जयपुर ज्वैलर्स में भारत देश के प्रत्येक राज्यों की संस्कृति को देखते हुए सुहाग व श्रृंगार का प्रत्येक तरह का सामान मुहैया करवाया जाता है और इस वर्ष भी नए डिजाईनों से लैस हर तरह का सामान जयपुर ज्वैलर्स में सुहागिनों को सस्ते दामों में मुहैया करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महानगर बठिंडा में देश के प्रत्येक राज्यों के लोग निवास करते हैं, जिनको देखते हुए ही उनके द्वारा प्रत्येक राज्य की संस्कृति के हिसाब से सुहाग का सामान मंगवाया जाता है।
अपने चांद के लिए चांद जैसी आर्टीफिशियल ज्वैलरी है सुहागिनों की पहली पसंदअपने चांद के लिए चांद जैसी आर्टीफिशियल ज्वैलरी है सुहागिनों की पहली पसंद

अपने चांद के लिए चांद जैसी आर्टीफिशियल ज्वैलरी है सुहागिनों की पहली पसंदमुकेश गर्ग बिट्टू व अमोल गर्ग ने बताया कि डायमंड व सोने की ज्वैलरी का क्रेज समय के साथ साथ समाप्त होता जा रहा है। जिसका कारण डायमंड व सोने के दामों में भारी वृद्धि होना है। सुहागिनों द्वारा अब अपने चांद के लिए चांद जैसी आर्टीफिशियल ज्वैलरी ही ज्यादा लुभा रहीं हैं। उन्होंने बताया कि जयपुर ज्वैलर्स में महिलाओं की पसंद के अनुसार ही आर्टीफिशियल ज्वैलरी मौजूद है व उक्त ज्वैलरी बाजार से काफी कम कीमत पर कभी खराब न होने वाली होती है। यहां तक कि आर्टीफिशियल ज्वैलरी को देखकर एक बार तो सुनार भी चकमा खा जाता है, जिनको देखकर कोई भी यह नहीं कह सकता कि यह सब आर्टीफिशियल ज्वैलरी है।
करवाचौथ के त्योहार पर चांद की चांदनी से भी ज्यादा रोशन कर रही श्रृंगार व हेयर असैसरी
मुकेश गर्ग व अमोल गर्ग ने बताया कि जयपुर ज्वैलर्स पर मुहैया करवाई जाने वाली सुहाग व श्रृंगार की वस्तुएं करवाचौथ के त्योहार पर चांद की चांदनी से भी ज्यादा रोशन कर रही हैं, जिस कारण यह त्योहार प्रत्येक सुहागिनों और उनके प्रियतम के लिए और भी ज्यादा यादगार बन जाता है। उन्होंने बताया कि इस बार स्पैशल ज्वैलरी व सुहाग के सामान में कांच के ऊपर धागे का वर्क लगी चुड़ियां, स्टोन चुड़ियां, लटकन, ब्रास, कुंदन, पोल्की चुड़ियां, चौकर सैट, ईयर रिंग्स, कलर मेचिंग, जड़ाऊ सैट, कोकटेल रिंग्स बड़ी व हेयर असैसरी फ्लावर सस्ते दामों पर मुहैया करवाई जा रही हैं, जो प्रत्येक सुहागिनों के लिए पहली पसंद बनकर सामने आई हैं।
भारत माता के प्रत्येक राज्यों की अनमोल संस्कृति की पहचान जयपुर ज्वैलर्स
मालवा के गढ़ बठिंडा में स्थित जयपुर ज्वैलर्स भारत माता के प्रत्येक राज्यों की अनमोल संस्कृति की पहचान बन गया है, जिसमें खरीददारी करने के लिए पहुंचने वाली प्रत्येक राज्यों की महिलाओं को उनकी संस्कृति के अनुसार प्रत्येक तरह का श्रृंगार व सुहाग का सामान मुहैया हो रहा है। मुकेश गर्ग व अमोल गर्ग ने बताया कि उनके द्वारा प्रत्येक राज्य की संस्कृति को ध्यान में रखते हुए उन राज्यों की सुहाग व श्रृंगारी पहचान को प्रमुख रखकर प्रत्येक राज्यों से सामान मंगवाया जाता है, यही कारण है कि जयपुर ज्वैलर्स भारत देश के प्रत्येक राज्यों की शान व पहचान बना हुआ है। उन्होंने बताया कि पोल्का ज्वैलरी मुंबई की प्रसिद्ध ज्वैलरी है, जबकि अमेरिकन डायमंड कोलकाता, वैस्टर्न ज्वैलरी कोरियन, जड़ाऊ ज्वैलरी श्री अमृतसर साहिब व ब्रास बैंगल्स जयपुर की प्रमुख पहचान है। इसके अलावा पंजाबी, राजस्थानी, बंगाली, हरियाणवी, हिमाचली, गुजराती, मराठी सहित प्रत्येक राज्य की संस्कृति व पहरावे के हिसाब से मंगवाई गई ज्वैलरी ही प्रत्येक सुहागिनों को जयपुर ज्वैलर्स की तरफ आकर्षित कर रही हैं।
समाज सेवा के क्षेत्र में अपनी बड़ी पहचान रखता है जयपुर ज्वैलर्स परिवार

गौरतलब है कि जयपुर ज्वैलर्स परिवार का समाज सेवा के क्षेत्र में बड़ा नाम है
गौरतलब है कि जयपुर ज्वैलर्स परिवार का समाज सेवा के क्षेत्र में बड़ा नाम है

 

 

 

 

गर्ग परिवार की हमेशा से ही दीन दुःखियों की सेवा करना रीत रही है। धार्मिक कार्यों में भी गर्ग परिवार बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेता आ रहा है। परिवार की तरफ से चलाई गई रीत को मुकेश गर्ग बिट्टू और उनके बेटे अमोल गर्ग की अगुवाई में जयपुर ज्वैलर्स परिवार द्वारा भी आगे बढ़ाया जा रहा है। जयपुर ज्वैलर्स में कार्यरत स्टाफ को गर्ग परिवार द्वारा अपने परिवार का ही हिस्सा माना जाता है, जिस कारण जयपुर ज्वैलर्स एक परिवार के तौर पर ही आगे बढ़ रहा है। परिवार की तरह प्यार मिलने के कारण जयपुर ज्वैलर्स का सारा स्टाफ ईमानदारी से कार्य करता है, जो जयपुर ज्वैलर्स में आने वाले ग्राहकों को अपनत्व का आभास करवाता है। जयपुर ज्वैलर्स परिवार द्वारा ग्राहकों के साथ किए जाने वाले प्यार और संजीदगी वाले व्यवहार के चलते ग्राहक किसी अन्य जगह से खरीददारी करने की बजाय जयपुर ज्वैलर्स को पहल देते हैं। जयपुर ज्वैलर्स द्वारा प्रत्येक त्योहार पर ग्राहकों को विभिन्न तरह की सुविधाएं भी मुहैया करवाई जाती है व समय समय पर धार्मिक और सामाजिक कार्यों में ग्राहकों को प्रमुख तौर पर परिवार का भागीदार बनाते हुए त्योहारों की खुशियों को सांझा किया जाता है।

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