बारूद के ढेर पर पंजाब का यह शहर, किसी भी वक्त हो सकता है बड़ा हादसा


बारूद के ढेर पर पंजाब का यह शहर, किसी भी वक्त हो सकता है बड़ा हादसा
क्या जिला प्रसाशन करेगा कार्यवाही एक बड़ा सवाल ! पार्ट -1

शहर के बीचों बीच भीड़ भाड़ बाले इलाके में बेचे जा रहे पटाखे
शहर के बीचों बीच भीड़ भाड़ बाले इलाके में बेचे जा रहे पटाखे

न्यूज़ इंडिया डेस्क (बठिंडा-11/10/2024) -: एक तरफ जहां त्यौहारी मौसम में मिठाइयों का स्टॉक बड़े स्तर पर किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ एक और सच सामने आया है। इसमें यह पता लगा है कि बठिंडा जिले के पटाखा कारोबारियों ने बड़े स्तर पर पटाखों का स्टॉक भी कर लिया है। हैरानी की बात तो यह है कि करोड़ों रुपए के पटाखों का स्टॉक शहर के कुछ उन स्थानों पर किये गए है, जहां पटाखे रखने की मनाही है, क्योंकि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पटाखों का स्टॉक नहीं किया जा सकता। इस तरह की स्थिति के कारण बठिंडा शहर के कुछ निवासी एक तरह से बारूद के ढेर पर बैठे हैं। यदि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा गंभीरता से छापेमारी की जाए तो समूची असलियत सामने आ सकती है। अगर बात हम बठिंडा शहर की करें तो भीड़ भाड़ बाले इलाके गाँधी मार्किट,किला रोड़ के अलावा गली मुह्हलों में भी खुलेआम मौत का सामान (पटाखे) बेचा जा रहा है

न्यूज़ इंडिया 7×24 द्वारा एकत्रित की गई विशेष रिपोर्ट में यह तथ्य उभरकर सामने आया है कि पटाखों के बड़े कारोबारियों ने अमृतसर, दिल्ली तथा अन्य स्थानों से सितंबर महीने के पिछले दिनों ही करोड़ों रुपए के पटाखे मंगवा लिए थे। चाहे प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लॉटरी विधि से दुकानों की अलॉटमेंट पारदर्शी ढंग से की जाती है, परन्तु इस कारोबार से जुड़े लोगों के आपसी तालमेल हैं तथा वह आगे पटाखों की सेल कर देते हैं। सूत्र बताते हैं कि पिछले वर्ष भी पटाखों का ज्यादा प्रयोग हुआ था, इस बार कारोबारियों को यह बड़ी उम्मीद है कि पटाखों का कारोबार दुकानदारों के वारे-न्यारे कर देगा। इसी के चलते ही कारोबारियों ने पटाखों का स्टॉक किया है।

नियम क्या कहते हैं

नियम कहते हैं कि किसी भी तरह भीड़भाड़ वाले इलाके में पटाखों का स्टॉक नहीं किया जा सकता तथा किसी भी तरह की असुखद घटना होने से रोकने के लिए आग बुझाओ यंत्र लाजमी रखने के साथ-साथ कई और भी सख्त नियम हैं। परन्तु सूत्र बताते हैं कि बठिंडा में इन नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ रही हैं। अब देखना यह है कि इस मामले को जिला प्रशासन कितनी गंभीरता से लेता है।

10 वर्ष पहले मोगा में हुआ था दुखदायी कांड
10 वर्ष पहले घर में पटाखे बना रहे एक परिवार के 3 सदस्य ब्लास्ट में मौत के मुंह में चले गए थे। इसके अलावा समय-समय पर पटाखों के स्टॉक भीड़भाड़ वाले स्थानों से पकड़े जाते हैं। परन्तु यह मामले मीडिया में उजागर होने के बाद ही प्रशासन की आंख खुलती है। पिछले वर्ष 2021 में फोकल प्वाइंट चौकी के क्षेत्र में भी पटाखों का स्टॉक पकड़ा गया था।
पटाखों की वजह से हुई कुछ बड़ी घटनाएं
घटना नंबर 1.:  यूपी के बरेली में अवैध रूप से पटाखे बनाते समय आग से बड़ा हादसा हो गया। हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई।कई मकान छतिग्रस्त
घटना नंबर 2.:  यूपी के फिरोजाबाद में देर रात एक पटाखा फैक्ट्री में भीषण धमाका घटना में एक बच्ची समेत पांच की मौत १७/09/२०२४
घटना नंबर 3.:  मध्य प्रदेश के हरदा शहर में बनी एक पटाखा फैक्ट्री में बड़ा धमाका हो गया ५० से ज्यादा घर आग की चपेट में कई लोगों की मौत(पुष्टि नहीं)

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