तत्काल टिकट पर हो रहा था ‘खेल’, विजिलेंस ने किया पर्दाफाश; दो रेल कर्मचारी पकड़े, माल बाबू को सस्पेंड कर सीनियर डीसीएम अंबाला ने किया तलब, गिद्दड़बाहा बुकिंग का दो माह का रेकॉर्ड जब्त
तत्काल टिकट पर हो रहा था ‘खेल’, विजिलेंस ने किया पर्दाफाश; दो रेल कर्मचारी पकड़े, माल बाबू को सस्पेंड कर सीनियर डीसीएम अंबाला ने किया तलब, गिद्दड़बाहा बुकिंग का दो माह का रेकॉर्ड जब्त

मामले की लीपा पोती में जुटे अफसर वही रेल राजयमंत्री रवनीत बिट्टू ने कहा दोषियों पर होगी कड़ी कार्यवाही
गिद्दड़बाहा, 4 दिसंबर ( सतिंदर कुमार )
विजिलेंस की टीम ने तत्काल टिकटों पर हो रहे बड़े खेल का पर्दाफाश किया है। गिद्दड़बाहा स्टेशन पर छापा मारकर दो रेल कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ लिया है। इनमें माल बाबू परमजीत सिंह को सस्पेंड कर सीनियर डीसीएम ने अंबाला तलब किया है। इसके अलावा सीएमआई को गिद्दड़बाहा बुकिंग को दो माह का रेकॉर्ड जब्त करने के आदेश दिए हैं। बताते चलें कि उक्त रेल कर्मचारी टिकट दलालों से सांठगाठ कर यात्रियों से मोटी रकम लेकर तत्काल टिकट बुक करते हैं। दलालों का नेटवर्क एक राज्य से दूसरे राज्य तक फैला हुआ है जिसको तोड़ने के लिए रेलवे की तमाम एजेंसियां प्रयास कर रही हैं। ये दलालों से सांठगाठ कर यात्रियों से मोटी रकम लेकर तत्काल टिकट बुक करते हैं। दलालों का नेटवर्क एक राज्य से दूसरे राज्य तक फैला हुआ है जिसको तोड़ने के लिए रेलवे की तमाम एजेंसियां प्रयास कर रही हैं। मोटी रकम लेकर दूसरे यात्रियों का हक मार देते हैं। गिद्दड़बाहा स्टेशन पर जब यह टिकट बुक होता है तो उस समय कोई यात्री टिकट बुक कराने नहीं आया था।
शिव सेना स्वतंत्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतिंदर कुमार ने रेल मंत्री को पत्र लिखकर मामले में सीबीआई जांच की मांग उठाई है

शिव सेना स्वतंत्र ने रेल राज्य मंत्री को दी जानकारी , सीबीआई जांच की मांग उठाई शिव सेना स्वतंत्र की ओर से इस मामले में रेल राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने कहा है कि मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा।इस मामले में शिव सेना स्वतंत्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतिंदर कुमार ने रेल मंत्री को पत्र लिखकर मामले में सीबीआई जांच की मांग उठाई है बताते चलें कि उक्त रेल कर्मचारी टिकट दलालों से सांठगाठ कर यात्रियों से मोटी रकम लेकर तत्काल टिकट बुक करते हैं। दलालों का नेटवर्क एक राज्य से दूसरे राज्य तक फैला हुआ है जिसको तोड़ने के लिए रेलवे की तमाम एजेंसियां प्रयास कर रही हैं। ये दलालों से सांठगाठ कर यात्रियों से मोटी रकम लेकर तत्काल टिकट बुक करते हैं। दलालों का नेटवर्क एक राज्य से दूसरे राज्य तक फैला हुआ है जिसको तोड़ने के लिए रेलवे की तमाम एजेंसियां प्रयास कर रही हैं। मोटी रकम लेकर दूसरे यात्रियों का हक मार देते हैं। गिद्दड़बाहा स्टेशन पर जब यह टिकट बुक होता है तो उस समय कोई यात्री टिकट बुक कराने नहीं आया था। ।
गिद्दड़बाहा स्टेशन पर विजिलेंस ने मारा छापा
विजिलेंस ने 11 हजार 800 रुपये के इन टिकटों को सील कर कब्जे में ले लिया है। देशभर में दलालों का नेटवर्क फैल चुका है जो कंफर्म टिकट बुक कराने के नाम पर मोटी रकम यात्रियों से वसूल कर इसका कुछ हिस्सा रेल कर्मियों तक भी पहुंचाते हैं।उत्तर रेलवे की विजिलेंस के इंस्पेक्टर संदीप कुमार को सूचना मिली थी कि गिद्दड़बाहा स्टेशन पर तत्काल टिकटों को निकालकर दलालों के माध्यम से खेल किया जा रहा है। इसी आधार पर छापा मारकर दो रेल कर्मचारियों को पकड़ लिया गया।
दो या तीन मिनट में ही खत्म हो जाता कोटा
अधिकतर रूट पूरा वर्ष व्यस्त रहते हैं। इन रूटों पर वेटिंग टिकट ही नसीब हो पाता है। अमृतसर से हावड़ा, हावड़ा से मुंबई, नई दिल्ली से मुजफ्फरपुर, नई दिल्ली से पटना आदि रूटों पर टिकट के लिए यात्रियों को दलालों के जाल में फंसना ही पड़ता है।
यात्रा से एक दिन पहले ही तत्काल टिकट मिलता है जिसका दो या तीन मिनट में कोटा खत्म हो जाता है। जिन स्टेशनों पर कर्मियों की टाइपिंग स्पीड धीमी होती है वह तो तत्काल टिकट कंफर्म निकाल भी नहीं पाते टिकट भेजना था चुनौती विजिलेंस सुलझा रही गुत्थी
दिन में 11 बजकर 02 मिनट पर गिदड़बाहा रेलवे स्टेशन से करीब 1130 किमी दूर मुहम्मदाबाद रेलवे स्टेशन से लोकमान्य तिलक टर्मिनस मुंबई के लिए यह टिकट अगले दिन आरक्षित हुआ था। 36 घंटे बाद ट्रेन को मुहम्मदाबाद स्टेशन से रवाना होना था।
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि छोटे से स्टेशन से मुहम्मदाबाद तक टिकट कैसे पहुंचाया जाता। इसकी गुत्थी विजिलेंस की जांच में स्पष्ट हो पाएगी। ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां पर हवाई जहाज से भी कोरियर के माध्यम से टिकट भेजे जाते थे, लेकिन इस छोटे से स्टेशन के आसपास से बड़े स्टेशन की कोई सुविधा नहीं है।
यह टिकट दलाल कैसे यात्रियों तक पहुंचाते थे? इसको लेकर जांच चल रही है। दलालों का नेटवर्क एक राज्य से दूसरे राज्य तक फैला हुआ है जिसको तोड़ने के लिए रेलवे की तमाम एजेंसियां प्रयास कर रही हैं। गिद्दड़बाहा रेलवे स्टेशन पर आरक्षण काउंटर पर तत्काल टिकट बनाता माल बाबू परमजीत पकड़ा गया, जबकि माल बाबू की ड्यूटी कहीं और थी। आरक्षण क्लर्क को उठाकर खुद ही माल बाबू वहां टिकट बना रहा था।
ट्रेन नंबर 15181 में दो टिकटें स्लीपर क्लास की आठ लोगों के लिए बनाए गए थे।

विजिलेंस की टीम पहले ही स्टेशन पर पहुंच गई थी। जैसे ही 11 बजे तत्काल टिकट बनाने की अवधि शुरू हुई तो तुरंत ही विजिलेंस ने कर्मचारी को पकड़ लिया। सूत्रों का कहना है कि पूछताछ में कर्मचारियों ने दबी जुबान में माना कि दलाल के लिए टिकट बनाए जा रहे थे।
जब न्यूज इंडिया 7×24 ने इसकी पड़ताल शुरू की तो कोई भी अफसर इस पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं सीएम्आई राजकुमार से बात की तो उन्होंने कहा की मुझे इस मामले का कुछ नहीं पता जबकि सूत्रों से पता चला है की सारे मामले की जाँच ही सीएम्आई राजकुमार कर रहे है जब उनसे मिलने के लिए बोलै गया तो बहाना बना दिया की में बाहर हूँ वही DCM अंबाला नवीन कुमार ने कहा की विजिलेंस की रैड थी जिसमे कुछ लोगों को ससपेंड किया गया है मेरे पास अभी विजिलेंस की रिपोर्ट नहीं आय है उसके आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा इनके अलावा संजीव चौहान जो की URMU के सेक्रेटरी है उनके द्वारा भी इस मामले से पल्ला झाड़ता नजर आये वही गिद्दड़बाहा रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर से जब इस मामले में पुछा गया तो उन्होंने भी कुछ बताने से पहले ही फोन काट दिया

इस मामले को लेकर जब रेल राज्यमंत्री रवनीत बिट्टू से बात की गई तो उन्होंने कहा की मामला गंभीर है इसकी जाँच की जाएगी और जो भी दोषी पाया गया उस पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी