अवैध निर्माण ,नोटिस और सील का खेल : नगर निगम की कमान शौकत अहमद परे(आईएएस) जैसे ईमानदार अफसर के हाथ में फिर क्यों नहीं रुक रहा अवैध निर्माण !
अवैध निर्माण ,नोटिस और सील का खेल : नगर निगम की कमान शौकत अहमद परे(आईएएस) जैसे ईमानदार अफसर के हाथ में फिर क्यों नहीं रुक रहा अवैध निर्माण !

पंजाब सरकार की भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की निति को लेकर डिप्टी कमिश्नर शौकत अहमद परे(आईएएस)पहले ही कह चुके की भ्रष्टाचार किसी कीमत पर बर्दास्त नहीं किया जायेगा
न्यूज इंडिया 7×24 (डेस्क चंडीगढ़) : 23/02/2025 :
शहर में कई जगह सरकारी(शामलाट) जगह पर भी कराये गए अवैध कब्जे !
शहर में कई अवैध बिल्डिंग को सील किया गया किस आधार पर खोला गया ये भी एक बड़ा सबाल हैं वही शहर में कई जगह ऐसे हैं जहाँ पर सरकारी(शामलाट) जगह पर ही नगर निगम के द्वारा अवैध निर्माण करा दिया गया बाद में विजिलेंस की कार्यवाही के बाद नगर निगम हरकत में आई और बाद में कार्यवाही की गई, नगर निगम के बारे में ये कहा जाये की ये शहर में होने बाले विकास की पहचान होती है चाहे कोई भी काम हो जैसे सीवर, सफाई , घरों से कूड़ा उठाना, पिने बाले पानी की सप्लाई देना या फिर आपके द्वारा अपने रहने या काम करने के लिए माकन या दुकान बनाना हर जगह नगर निगम जैसे डिपार्टमेंट की जरुरत होते है जनगर निगम के द्वारा हर काम के लिए एक अलग से विभाग बनाया गया है मगर नगर निगम का एक ऐसा डिपार्टमेंट है जो हमेशा सुर्ख़ियों में रहता है वो है बिल्डिंग ब्रांच
नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच क्यों रहती सूर्खियों में !
अगर हम बात करें नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच की तो इनके अधिकारीयों पर हमेशा आरोप लगते रहते है की हमारा नक्शा पास नहीं हुआ अगर पैसे दो तो पास हो जायेगा !(नोट : न्यूज़ इंडिया 7×24 इस बात की पुष्टि नहीं करता ) लेकिन बिल्डिंग ब्रांच के कुछ अधिकारीयों की वजह से ये ब्रांच बदनाम है ये अधिकारी पहले तो बिल्डिंग को बनने देते है अगर कोई शिकायत करता है तो उसको आश्वासन दिया जाता है की उसका नक्शा पास है उसके बाद जब उस बिल्डिंग की जानकारी शिकायत कर्ता के द्वारा दुबारा की जाती तो बिल्डिंग इंस्पेक्टर बोलते है मामला मेरे ध्यान में है देखते है और इसके बाद शुरू होता है असली खेल बिल्डिंग बनाने बाले मालिक को नोटिस निकाल दिया जाता है तो बिल्डिंग मालिक डरकर बिल्डिंग इंस्पेक्टर से बात करता है उसके बाद बिल्डिंग बनाने का काम शुरू हो जाता है उसके बाद भी अगर शिकायत आती है तो शिकायत कर्ता को चुप करने के लिए पहले तो पैसे का लालच दिया जाता जब नहीं मानता तो कुछ समय के लिए बिल्डींग को सील कर दिया जाता है और बाद में एक एफिडेविट लेकर बिल्डिंग को खोल दिया जाता है और यही नहीं कुछ दिन में बिल्डिंग इंस्पेक्टर का जोन भी बदल दिया जाता
बिल्डिंग इंस्पेक्टर का तर्क
जब न्यूज़ इंडिया 7×24 की टीम ने इस पर बिल्डिंग इंस्पेक्टर से बात की तो उनका कहना था की एक तो हमारे पास कोर्ट केस बहुत ज्यादा हैं और कुछ दिन में ही जोन बदल दिया जाता तो हम क्या कर सकते हैं हैं और उस पर जब हम अवैध निर्माण रोकने जाते जो किसी न किसी की सिफर्स आ जाती हैं बिल्डिंग इंस्पेक्टर ने नाम न बताने की शर्त पर कहा की यहीं पास में एक बिल्डिंग बन रही उस पर कार्यवाही करने गया तो AAP के एक MLA का फ़ोन आ गया
डिप्टी कमिश्नर का कड़ा रुख कर रहा आम लोगों की राह आसान
यहाँ पर ये भी जिक्र योग है की बठिंडा नगर निगम में पिछले लम्बे समय से नगर निगम की कुर्सी खाली है जिस वजह से बठिंडा के डिप्टी कमिश्नर श्रीमान शौकत अहमद परे को को अतरिक्त प्रभार दिया गया है लेकिन जब से डिप्टी कमिश्नर बठिंडा को नगर निगम का अतरिक्त प्रभार मिला है तब से नगर निगम में कई तरह के कामों में सुधर हुआ है खासकर के अवैध निर्माण करने बाले और करवाने बालों पर नकेल कशी है अब तो कई अधिकारी चुपके चुपके ये भी कहते नजर आते है की नगर निगम कमिश्नर कब आएगा डिप्टी कमिश्नर बठिंडा की ईमानदारी अब उनको अपनी मन मर्जी नहीं करने दे रहे है हालांकि उनके इस काम में जपंत कमिश्नर जसपाल सिंह और MTP गुरप्रीत सिंह बुट्टर पूरी तनदेही से काम करते नजर आ रहे है वही नए बने मेयर पदम् जीत सिंह मेहता भी इस समय काफी एक्टिव दिखाई दे रहे है