1984 के आतंकवाद पीड़ित हिंदू परिवारों को मुआवज़ा दिया जाये : सतिंदर कुमार

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1984 के आतंकवाद पीड़ित हिंदू परिवारों को मुआवज़ा दिया जाये : सतिंदर कुमार

सतिंदर कुमार राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवसेना स्वतंत्र संगठन (रजिस्टर्ड)
सतिंदर कुमार राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवसेना स्वतंत्र संगठन (रजिस्टर्ड)

न्यूज इंडिया 7×24 बठिंडा :
शिवसेना स्वतंत्र संगठन (रजिस्टर्ड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतिंदर कुमार ने केंद्र सरकार और पंजाब सरकार से मांग की है कि 1984 के दौरान खालिस्तान समर्थक आतंकवाद के समय मारे गए लगभग 35,000 हिंदू परिवारों को उचित मुआवज़ा और उनके बच्चों को सरकारी नौकरियां दी जाएं। सतिंदर कुमार ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वर्ष 1984 के दौरान पंजाब में आतंकवाद के दौर में बड़ी संख्या में निर्दोष हिंदू नागरिकों की हत्या की गई थी। कई लोगों को बसों से उतारकर मार दिया गया, कई परिवार पूरी तरह उजड़ गए और आज भी उन परिवारों को न्याय का इंतजार है। उन्होंने कहा कि जैसे दिल्ली में 1984 के सिख दंगों के पीड़ित परिवारों को मुआवज़ा और सरकारी नौकरियां दी गईं, उसी प्रकार पंजाब में आतंकवाद के दौरान मारे गए हिंदू परिवारों के साथ भी समान न्याय किया जाना चाहिए। उन्होंने इसे मानवीय और संवैधानिक दायित्व बताया।
सतिंदर कुमार ने कहा कि जिन परिवारों ने अपने परिजनों को उस हिंसक दौर में खोया, वे आज भी आर्थिक, सामाजिक और मानसिक रूप से पीड़ित हैं। यदि सरकार द्वारा उन्हें मुआवज़ा और उनके बच्चों को रोजगार दिया जाता है, तो वे भी समाज के अन्य वर्गों की तरह सम्मानपूर्वक और सुरक्षित जीवन जी सकेंगे।
सतिंदर कुमार राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवसेना स्वतंत्र संगठन (रजिस्टर्ड) ने केंद्र और राज्य सरकार से अपील की कि,1984 के आतंकवाद पीड़ित हिंदू परिवारों की पहचान कर सूची तैयार की जाए,उन्हें आर्थिक मुआवज़ा प्रदान किया जाए और उनके योग्य आश्रितों को सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता दी जाए।

शिवसेना स्वतंत्र संगठन ने स्पष्ट किया कि यह मांग किसी समुदाय के विरोध में नहीं, बल्कि न्याय और समानता के सिद्धांत पर आधारित है। संगठन का कहना है कि सभी पीड़ितों को समान रूप से न्याय मिलना चाहिए, चाहे वे किसी भी समुदाय से संबंधित हों, अंत में सतिंदर कुमार ने कहा कि यदि सरकार इस मुद्दे पर शीघ्र सकारात्मक कदम नहीं उठाती, तो संगठन लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण तरीके से इस मांग को आगे भी उठाता रहेगा।

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